Free Leptop Yojna 2025: 50 लाख छात्रों को मिलेगा फ्री में लैपटॉप

Binod Sahu
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मैं बिनोद साहू एक पैशनेट हिंदी ब्लॉगर और डिजिटल मीडिया एक्सपर्ट हूं। मेरा मुख्य फोकस न्यूज़, सरकारी योजनाएं, टेक्नोलॉजी और ऐप रिव्यू से जुड़ी जानकारी को...
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हाय दोस्तों! अगर आप भारत में स्टूडेंट हैं और सोचते हैं कि काश आपके पास ऑनलाइन पढ़ाई के लिए कोई स्मार्ट डिवाइस होता, तो ये खबर आपके लिए है। फ्री मोबाइल टैबलेट योजना एक शानदार सरकारी योजना है, जिसके जरिए लाखों छात्रों को मुफ्त टैबलेट और स्मार्टफोन मिल रहे हैं। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पश्चिम बंगाल जैसे राज्य इस पहल को चला रहे हैं ताकि हर बच्चे तक शिक्षा पहुंचे और टेक्नोलॉजी का फायदा उठा सकें। सोचिए, एक टैबलेट जो आपको लेक्चर देखने, नोट्स बनाने और एग्जाम की तैयारी करने में मदद करे—वो भी बिना एक पैसा खर्च किए! चलिए, इस योजना को करीब से जानते हैं।

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Free Leptop Yojna योजना क्या है?

ये योजना सरकार का एक खास तोहफा है छात्रों के लिए। इसके तहत मुफ्त टैबलेट और स्मार्टफोन बांटे जा रहे हैं ताकि आप ऑनलाइन पढ़ाई कर सकें, स्किल्स सीख सकें और अपने सपनों को पूरा करने के लिए तैयार हो सकें। मिसाल के तौर पर, उत्तर प्रदेश में यूपी फ्री टैबलेट योजना, हरियाणा में ई-अधिगम योजना, और पश्चिम बंगाल में भी ऐसी ही स्कीम चल रही है। इन टैबलेट्स में पहले से स्टडी मटेरियल लोड होता है, कुछ में 2GB मुफ्त डेटा भी मिलता है, और ये आपके हिसाब से पढ़ाई को आसान बनाते हैं।मेरे एक दोस्त ने बताया कि उसकी कजिन को यूपी में टैबलेट मिला और अब वो कहीं भी बैठकर पढ़ाई कर सकती है। पहले उसे लाइब्रेरी के चक्कर लगाने पड़ते थे, लेकिन अब सब कुछ उसकी उंगलियों पर है। मजेदार बात ये है कि ये टैबलेट्स सिर्फ पढ़ाई के लिए नहीं, बल्कि आपके भविष्य को चमकाने के लिए भी हैं!

क्या-क्या खासियतें हैं इस योजना में?

अब आप सोच रहे होंगे कि इन टैबलेट्स में ऐसा क्या खास है? चलो, एक-एक करके देखते हैं:

1. मुफ्त टैबलेट और स्मार्टफोन

हर राज्य के हिसाब से आपको टैबलेट या स्मार्टफोन मिल सकता है। जैसे, यूपी में 1 करोड़ छात्रों को सैमसंग गैलेक्सी टैब जैसे डिवाइस दिए गए हैं। हरियाणा में 5 लाख टैबलेट्स 10वीं-12वीं के बच्चों के लिए हैं, और पश्चिम बंगाल में 9.5 लाख हायर सेकेंडरी छात्रों को मिले हैं। सबसे अच्छी बात? ये बिल्कुल फ्री हैं—कोई छुपा चार्ज नहीं!

2. पहले से भरा हुआ स्टडी मटेरियल

ये टैबलेट्स खाली नहीं आते—इनमें ई-बुक्स, वीडियो लेक्चर्स और टेस्ट सीरीज पहले से लोड होती हैं। हरियाणा के टैबलेट्स में एक खास प्लेटफॉर्म है जो आपकी पढ़ाई को आपके तरीके से ढालता है। यूपी में डिजिटल किताबें और टेस्ट टूल्स हैं। और हाँ, इंटरनेट न हो तो भी आप इन्हें यूज कर सकते हैं—कितना कूल है ना?

3. फ्री डेटा का बोनस

कुछ स्कीम्स में, जैसे हरियाणा की, हर महीने 2GB फ्री डेटा मिलता है। इससे आप ऑनलाइन लेक्चर देख सकते हैं या रिसर्च कर सकते हैं। बस एक बात का ध्यान रखें—कुछ जगहों पर ये डेटा अब बंद हो गया है, तो अपने स्कूल से पूछ लें।

4. हर किसी के लिए मौका

ये योजना खास तौर पर उन बच्चों के लिए है जो गांवों में रहते हैं या जिनके पास पहले से डिवाइस नहीं हैं। यूपी में कम आय वाले परिवारों को प्राथमिकता मिलती है, ताकि सबके लिए पढ़ाई का रास्ता खुल सके। ये सच में एक बड़ा कदम है सबको बराबरी देने का!

कौन ले सकता है ये टैबलेट?

अब सवाल ये है कि ये टैबलेट्स आपको मिल सकते हैं या नहीं। हर राज्य में नियम थोड़े अलग हैं, लेकिन मुख्य बातें ये हैं:

  • उत्तर प्रदेश: 10वीं-12वीं, ग्रेजुएशन, पोस्ट-ग्रेजुएशन, ITI या डिप्लोमा के छात्र, जिनके परिवार की सालाना आय ₹2 लाख से कम हो।
  • हरियाणा (ई-अधिगम): सरकारी स्कूलों में 8वीं-12वीं के छात्र। लेकिन ध्यान दें, ये टैबलेट लोन पर हैं और 12वीं के बाद लौटाने पड़ सकते हैं।
  • पश्चिम बंगाल: हायर सेकेंडरी के आखिरी साल के छात्र, जिनके परिवार की आय ₹2 लाख से कम हो।
  • महाराष्ट्र (महाज्योति): पिछड़े वर्ग या खानाबदोश जनजाति के छात्र जो MHT-CET, JEE या NEET की तैयारी कर रहे हों।

टिप: अपने स्कूल या कॉलेज से चेक करें। कुछ जगहों पर आपको अलग से अप्लाई करने की जरूरत भी नहीं पड़ती—बस आपका नाम लिस्ट में होना चाहिए।

कैसे करें आवेदन?

डरने की बात नहीं, अप्लाई करना बहुत आसान है। ज्यादातर जगहों पर ये ऑनलाइन होता है:

  1. अपने राज्य की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं, जैसे यूपी के लिए digishakti.up.gov.in।
  2. अपना नाम, मोबाइल नंबर और आधार डिटेल्स डालकर रजिस्टर करें।
  3. एनरोलमेंट प्रूफ, इनकम सर्टिफिकेट और मार्कशीट अपलोड करें।
  4. फॉर्म सबमिट करें और ऑनलाइन ट्रैक करें कि आपका नंबर कब आएगा।

कुछ जगहों पर, जैसे हरियाणा में, स्कूल खुद टैबलेट बांटते हैं। बस अपना आधार तैयार रखें ताकि प्रोसेस में देरी न हो।

ये योजना क्यों मायने रखती है?

कोरोना के दौरान बहुत से बच्चों की पढ़ाई रुक गई थी क्योंकि उनके पास डिवाइस नहीं थे। ये योजना उस कमी को पूरा कर रही है। मेरे एक दोस्त की बहन ने इस टैबलेट से अपनी परीक्षाओं में टॉप किया और स्कॉलरशिप भी जीती। सच में, टेक्नोलॉजी जिंदगी बदल सकती है। यूपी में 2021 से 2023 तक 46 लाख से ज्यादा डिवाइस बांटे जा चुके हैं—ये कोई छोटी बात नहीं है!

हां, एक जरूरी बात—कुछ लोग इन टैबलेट्स को बेचने की कोशिश करते हैं, जो गलत है। ये आपके लिए हैं, तो इनका सही इस्तेमाल करें और अपनी पढ़ाई को आगे बढ़ाएं।

आखिरी बात

फ्री मोबाइल टैबलेट योजना सिर्फ एक डिवाइस नहीं देती—ये आपको डिजिटल दुनिया में कदम रखने और अपने सपनों को हकीकत में बदलने का मौका देती है। चाहे आप गांव में रहें या शहर में, ये टैबलेट आपके लिए पढ़ाई को आसान बनाता है। तो अगर आप इसके लिए पात्र हैं, तो देर न करें। अपने स्कूल से बात करें, जरूरत हो तो अप्लाई करें, और डिजिटल पढ़ाई की दुनिया में शामिल हो जाएं। कोई सवाल हो तो नीचे बताएं—हम साथ में हर चीज सुलझा लेंगे!

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मैं बिनोद साहू एक पैशनेट हिंदी ब्लॉगर और डिजिटल मीडिया एक्सपर्ट हूं। मेरा मुख्य फोकस न्यूज़, सरकारी योजनाएं, टेक्नोलॉजी और ऐप रिव्यू से जुड़ी जानकारी को सरल और प्रभावशाली ढंग से हिंदी में लोगों तक पहुँचाना है। Any information about me content us :- newtaqat@gmail.com
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